CONSIDERATIONS TO KNOW ABOUT SHIV CHAISA

Considerations To Know About Shiv chaisa

Considerations To Know About Shiv chaisa

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दिवाली से पहले बन रहा गुरु पुष्य योग, जानें सबसे अच्छा क्यों है?

अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद‍्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।

शंकरं, शंप्रदं, shiv chalisa lyricsl सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।

So, we are able to undoubtedly choose out jiffy from our occupied program and pray to Lord Shiva. The greatest highlight of Shiva Chalisa is always that it may be recited by both youthful and old. It may be taken up by Adult males and women. Reciting Shiva Chalisa hardly can take jiffy. It can finished even in the houses.

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

तज्ञमज्ञान – पाथोधि – घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। more info जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥

Chanting of Shiva Chalisa is done with the devotees in order to please and acquire the blessings of their beloved deity – Lord Shiva.

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